Friday, 7 April 2017

मुम्बई से अपने बेटे की शादी के लिए लखनऊ पहुचे मौलवी साहब तीन दिन से देख रहे थे की दावत में मौलवी साहब को अंडे खाने को दिए गए ।
पर चौथे दिन अचानक मौलवी साहब का सब्र टूट गया और उन्होंने पूछ ही लिया: भाई ये अंडे 
तो अपनी जगह ठीक हैं पर इनके वालिद कहाँ हैं उनसे भी मुलाक़ात कराईये।
🍗😜

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