कौवे ने मटके से पूछा "तुम आग में तपा के बनाये जाते हो,
फिर भी इतनी गर्मी में अपने अंदर पानी को कैसे ठंडा रख पाते हो?"⚱
मटके ने उत्तर दिया: वाष्पोत्सोर्जन , उष्माशोषी प्रक्रम है!
इसके लिये ङेल्टा ∆H पोजिटिव होता है
मेरी सतह पर सूक्ष्म छिद्र होते हैं जिन पर उष्मागतिकी के नियमानुसार कूलिंग इफैक्ट जैनरेट होता है !
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ये सुनने के बाद कौवे ने तय किया कि
वो आज के बाद अपने काम से काम रखेगा
🤣😂😝😂🤣
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