Everyday India
Saturday, 21 January 2017
याददाश्त का कमज़ोर होना बुरी बात नहीं है जनाब
.
बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हे हर बात याद रहती है
*आईना आज फिर रिशवत लेता पकडा गया,*
*दिल में दर्द था ओर चेहरा हंसता हुआ पकडा गया*
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment