Everyday India
Sunday, 12 February 2017
शर्त लगी थी "दुनिया" की तमाम ख़ुशीयों को
एक लब्ज़ मे लिखने की....
वो किताबे ढुँढते रह गये
मैंने "दारू" लिख दिया...!!!😜😊
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