Saturday, 11 February 2017

लखनऊ का मशहूर बाजार है
हज़रत गंज। 

शाम के 5 बजे बाजार भीड़ से भरा हुआ था। इसी भीड़ में मियाँ बीवी एक दूसरे से लड़ने में मशग़ुल थे और लगभग 200  लोग उनके इस तमाशे का लुत्फ ले रहे थे। 

बात कुछ यूँ थी कि बीबी जिद कर रही थी अपने शौहर से आज आप कार खरीद ही लीजीये मैं थक गई आपकी मोटर साइकिल पर बैठ बैठ कर।  

शौहर ने कहा ओए पागल औरत तमाशा ना बना मेरा दुनिया के सामने।  मोटर साइकिल की चाबी मुझे दे। 

बीवी- नहीं, तुम्हारे पास इतना पैसा है । आज कार लोगे तो ही घर जाऊंगी। 

शौहर -"अच्छा तो ले लुँगा अब कुंजी दो" 

बीवी- नहीं दूंगी। 

शौहर- "अच्छा ना दो मैं ताला ही तोड़ देता हूँ"

बीवी ने कहा तोड़ दो लेकिन ना कुंजी मिलेगी ना में साथ जाऊँगी ।

शौहर - "अच्छा तो ये ले में ताला तोड़ने लगा हूँ जाओ तुम्हारी मर्ज़ी मेरे घर ना आना" 

बीबी - जाओ जाओ नहीं आती तुम जैसे कंजूस के घर। 

शौहर ने लोगों की मदद से मोटरसाइकिल का ताला खोल लिया,  अपनी बाइक पर बैठ गया और बोला, "तुम आती हो या मैं जाऊँ"

वहाँ खड़े लोगों ने बीबी को समझाया -  चली जाओ इतनी सी बात पर अपना घर न खराब करो। 

फिर बीबी नैशनल  शौहर से वादा लिया कि वह बाइक बेचकर जल्द ही कार लेगा। दोनों की सुलह हो गयी और दोनों चले गए। 
















तो जनाब ठीक आधे घंटे बाद उसी जगह  पर फिर से मजमा लगा था। 
एक बंदा शोर कर रहा था कोई मेरी मोटरसाइकिल दिन दहाड़े चुरा कर ले गया। 😜😜😜😱

No comments:

Post a Comment