Wednesday 15 February 2017

एक हरियाना की छोरी की शायरी...


ना दारु पीण त रोकूँगी...
ना हुक्का पीण त रोकूँगी...
जिस दिन पता लग्या कि...
किसी और का होग्या...
सीधी छाती में गोली ठोकुंगी..!!💤💤

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